Sardaar Vallabhbhai Patel |
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आज़ाद हिन्द फ़ौज
आज़ाद हिन्द फौज का गठन पहली बार राजा महेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा 29 अक्टूबर 1915 को अफगानिस्तान में हुआ था। मूल रूप से उस वक्त यह आजाद हिन्द सरकार की सेना थी, जिसका लक्ष्य अंग्रेजों से लड़कर भारत को स्वतंत्रता दिलाना था। जब दक्षिण-पूर्वी एशिया में जापान के सहयोग द्वारा नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने करीब 40,000 भारतीय स्त्री-पुरुषों की प्रशिक्षित सेना का गठन शुरू किया और उसे भी आजाद हिन्द फौज नाम दिया तो उन्हें आज़ाद हिन्द फौज का सर्वोच्च कमाण्डर नियुक्त करके उनके हाथों में इसकी कमान सौंप दी गई।
5 जुलाई 1943 को सिंगापुर के टाउन हाल के सामने सुप्रीम कमाण्डर के रूप में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जी ने सेना को सम्बोधित करते हुए दिल्ली चलो! का नारा दिया और जापानी सेना के साथ मिलकर बर्मा सहित आज़ाद हिन्द फौज रंगून (यांगून) से होती हुई थलमार्ग से भारत की ओर बढ़ती हुई 18 मार्च सन 1944 ई. को कोहिमा और इम्फ़ाल के भारतीय मैदानी क्षेत्रों में पहुँच गई और ब्रिटिश व कामनवेल्थ सेना से जमकर मोर्चा लिया। बोस ने अपने अनुयायियों को जय हिन्द का अमर नारा दिया ।
21 अक्टूबर 1943 में सुभाषचन्द्र बोस ने आजाद हिन्द फौज के सर्वोच्च सेनापति की हैसियत से सिंगापुर में स्वतंत्र भारत की अस्थायी सरकार आज़ाद हिन्द सरकार की स्थापना की। उनके अनुययी प्रेम से उन्हें नेताजी कहते थे।
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने सिंगापुर एवं रंगून में आज़ाद हिन्द फ़ौज का मुख्यालय बनाया।
सुभाषचन्द्र बोस द्वारा ही गांधी जी के लिए प्रथम बार राष्ट्रपिता शब्द का प्रयोग किया गया था।
21 मार्च 1944 को दिल्ली चलो के नारे के साथ आज़ाद हिंद फौज का हिन्दुस्तान की धरती पर आगमन हुआ।
22 सितम्बर 1944 को शहीदी दिवस मनाते हुये सुभाषचन्द्र बोस ने अपने सैनिकों से मार्मिक शब्दों में कहा -
बाद में इस स्मारक को माउण्टबेटन के आदेश पर ब्रिटिश साम्राज्य की सेनाओं ने ध्वस्त करके सिंगापुर शहर पर कब्जा कर लिया था। इस स्मारक पर आज़ाद हिन्द फौज़ के तीन ध्येयवाचक शब्द - इत्तेफाक़ (एकता), एतमाद (विश्वास) और कुर्बानी (बलिदान) लिखे हुए थे।
सन् 1995 में सिंगापुर की राष्ट्रीय धरोहर परिषद (नेशनल हैरिटेज बोर्ड) ने वहाँ निवास कर रहे भारतीय समुदाय के लोगों के आर्थिक सहयोग से इण्डियन नेशनल आर्मी की बेहद खूबसूरत स्मृति पट्टिका उसी ऐतिहासिक स्थल पर फिर से स्थापित कर दी। इसकी देखरेख का काम सिंगापुर की सरकार करती है।
कदम कदम बढाये जा - आजाद हिन्द फौज का प्रयाण गीत (क्विक मार्च) था जिसकी रचना राम सिंह ठकुरि ने की थी। इस ट्यून का आज भी भारतीय सेना के प्रयाण गीत के रूप में इसका प्रयोग होता है। पूरा गीत इस प्रकार है-
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नारा | द्वारा दिए गए |
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इंकलाब जिंदाबाद | भगत सिंह |
वंदे मातरम् | बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय |
भारत छोड़ो | महात्मा गांधी |
स्वतंत्रता मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूँगा | बाल गंगाधर तिलक |
तुम मुझे खून दो और मैं तुम्हें आजादी दूँगा | सुभाष चंद्र बोस |
जय हिन्द | सुभाष चंद्र बोस |
करो या मरो | महात्मा गांधी |
आराम हराम है | जवाहर लाल नेहरू |
जय जवान जय किसान | लाल बहादुर शास्त्री |
जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान | अटल बिहारी वाजपेयी |
वापस वेदों की ओर | स्वामी दयानंद सरस्वती |
एक धर्म, एक जाति और एक भगवान मानव जाति के लिए | नारायण गुरु |
15 October 2021
Global Handwashing Day
Global Handwashing Day (GHD) is an international handwashing promotion campaign to motivate and mobilize people around the world to improve their handwashing habits.
The first Global Handwashing Day was held in 2008.
The 2021 Global Handwashing Day theme is “Our Future is at Hand – Let’s Move Forward Together.”
ऐसे हुई थी इस दिन को मनाने की शुरुआत
वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे की शुरुआत वर्ष 1992 में हुई थी. इस दिन को पहली बार संयुक्त राष्ट्र के उप महासचिव रिचर्ड हंटर और वर्ल्ड फेडरेशन फॉर मेंटल हेल्थ की पहल पर मनाया गया था. इस दिन को मनाये जाने की सलाह वर्ष 1994 में संयुक्त राष्ट्र के तत्कालीन महासचिव यूजीन ब्रॉडी ने दी थी और इसे मनाये जाने के लिए एक थीम भी निर्धारित की गयी थी. तब से हर वर्ष यह दिन एक विशेष थीम के साथ मनाया जाता है.
वर्ष 2021 के लिए इस दिन की थीम
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाये जाने के लिए हर वर्ष एक थीम निर्धारित की जाती है. डब्ल्यूएफएमएच के प्रेसिडेंट डॉ इंग्रिड डेनियल ने विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 2021 के लिए थीम की घोषणा की है. इस वर्ष की थीम निर्धारित की गयी है. ‘एक असमान दुनिया में मानसिक स्वास्थ्य’ (Mental Health in an Unequal World). इस दिन आयोजित होने वाली सभी कार्यक्रम इसी थीम पर आधारित होंगे.
वर्ष 2021 के लिए इस दिन की थीम
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाये जाने के लिए हर वर्ष एक थीम निर्धारित की जाती है. डब्ल्यूएफएमएच के प्रेसिडेंट डॉ इंग्रिड डेनियल ने विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 2021 के लिए थीम की घोषणा की है. इस वर्ष की थीम निर्धारित की गयी है. ‘एक असमान दुनिया में मानसिक स्वास्थ्य’ (Mental Health in an Unequal World). इस दिन आयोजित होने वाली सभी कार्यक्रम इसी थीम पर आधारित होंगे.
मानसिक स्वास्थ्य के प्रति लोगों का जागरुक होना जरूरी
The celebrations on Indian Air Force Day are marked every year with a unique theme. Last year, the theme was “the untiring efforts and supreme sacrifices of its personnel”. Meanwhile, in 2019, the nation witnessed the theme of “know your Air Force”.
Also known as ‘Bharatiya Vayu Sena’, the Indian Air Force was established in the country on October 8, 1932, by the British Empire. The first operational squadron came into being in April 1933. However, it was only after the participation in World War II, that the Air Force in India came to be known as the Royal Indian Air Force.
The Air Force in India was officially raised in 1932 as the supporting force of the Royal Air Force of the United Kingdom. Since then, the day has been celebrated every year as Indian Air Force Day.
The Indian Air Force (IAF) is the air arm and a crucial organ of the Indian armed forces which plays a vital role in the wars fought by the country. Its primary mission is to secure Indian airspace and conduct aerial activities during armed conflicts within nations.
Interestingly, the Indian Air Force not only safeguards Indian territory and national interests from all threats but also provides support during natural calamities in the country. Hence, the day is celebrated to honour and recognise the selfless efforts of our jawans and the entire force.
The Indian Air Force aims to overwhelm the adversaries with an application of aerospace power in defence of the nation.
The Current Air Chief Marshal is Air Chief Marshal Vivek Ram Chaudhari who took office on 30 September 2021, following the retirement of Air Chief Marshal Rakesh Kumar Singh Bhadauria.
Let us celebrate the special occasion of Indian Air Force Day by thanking all the air force for being a courageous and inspirational force.We live in a free country because of our real heroes. Happy Air Force Day!
Gandhi Jayanti and Birth Anniversary of Lal Bahadur Shastri
2nd October 2021 , will also be the 117th birth anniversary of Lal Bahadur Shastri. He is known as the 'Jai Jawan Jai Kisaan' Leader.The second Prime Minister of India, Lal Bahadur Shastri was born on 2nd October 1904, in Mughalsarai, Uttar Pradesh.
Little known facts about Mahatma Gandhi
1. Mahatma Gandhi was responsible for the Civil Rights Movement in 4 continents and 12 countries.
2. Mahatma Gandhi was nominated for Nobel Peace Prize 5 times.
3. Great Britain released a stamp honouring him after 21 years of his death.
4. 48 roads outside India are named after Mahatma Gandhi.
5.Steve Jobs was a fan of Mahatma Gandhi. His round glasses was a tribute to Mahatma Gandhi.
6.Mahatma Gandhi's funeral procession was 8 kilometres long.
Facts about Lal Bahadur Shastri
1. Lal Bahadur Shastri grew up to become the second Prime Minister of the country.
2.He underlined the importance of increasing milk production and supply, and promoted White Revolution. Also he played a major role in increasing green revolution as well.
3. The word ‘Shastri’ in his name was the bachelor’s degree awarded to him by the Vidya Peeth but it got stuck in the minds of the people as part of his name.
4. Lal Bahadur is best recognised till date for his efforts during the Indo-Pak war of 1965.
5.He was posthumously awarded the Bharat Ratna, and a memorial "Vijay Ghat" was built for him in Delhi.
1.Mmaa
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